Looking For Anything Specific?

Berojgari shayari in hindi

 Berojgari shayari in hindi 

अब ज़मीनों को बिछाए कि फ़लक को ओढ़े मुफलिसी तो भरी बरसात में बे-घर हुई है - सलीम सिद्दीक़ी
_______________________________

बहुत मैंने ढूँढा नही दिखाई दिया अपना विकास, देखा बेरोजगार खेल रहे है स्मार्ट फ़ोन पर ताश.
_______________________________

सबके सिर पर उधारी रहेगी, जनता पर ही जिम्मेदारी रहेगी, सारे रोजगार निजी हो जायेंगे, बस सरकार ही सरकारी रहेगी
_______________________________

माता पिता भी अब बच्चों को पढ़ाने से डरने लगे, कही उनका बच्चा भी बेरोजगार न रहे
_______________________________

कुचल कुचल के न फ़ुटपाथ को चलो इतना यहाँ पे रात को मज़दूर ख़्वाब देखते हैं - अहमद सलमान
_______________________________

भारतीय शिक्षा में कुछ खामियां है. कई पाठ्यक्रम ऐसे है
जिन्हें देखकर लगता है कि उन्हें इसलिए बनाया गया है
ताकि प्राइवेट कॉलेज कमायें. रोजगार से उनका
दूर-दूर तक कोई रिश्ता नही है.
_______________________________

बेरोजगारी खत्म करने का सबसे अच्छा तरीका स्व-रोजगार है.
लेकिन स्व-रोजगार के लिए गरीबों को प्रशिक्षित किया जाना
चाहिए. और उन्हें आर्थिक मदत दी जानी चाहिए.
_______________________________

डिग्री देख बादशाह समझे, पाकर बने गुलाम।
Queen पाने के सिर्फ सपने, क्योंकि नहीं मिला कोई काम।।
_______________________________

अगर आप की योग्य 20 हजार रूपये कमाने की है,
और आपको 10 हजार रूपये पर काम करना पड़ रहा है.
तो आप अर्द्ध-बेरोजगार है.
_______________________________

इस कम्बख़्त मौत ने सारा फासला ही मिटा दिया!!
एक अमीर को लाकर गरीब के पास ही लिटा दिया!!
_______________________________

क्यूँ करते हो वफा का सौदा!!
अपनी मजबूरिओं के नाम पर!!
मैं तो अब भी वो ही हूँ!!
जो तेरे लिए जमाने से लड़ा था!!
_______________________________

हम गरीब लोग है किसी को मोहब्बत के सिवा क्या देंगे!!
एक मुस्कराहट थी, वह भी बेवफ़ा लोगो ने छीन ली!!

Post a Comment

0 Comments