Chut shayari hindi | चुत शायरी इन हिंदी
मैं इस बार दूंगी मौका उसको
नही दूंगी धोखा उसको
इस बार नही रोकूंगी करने से
मैने पिछली बार था रोका उसको
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मैं उसकी सील को तोड़ता, सपनो को नही
मगर उसने गैरों को दी अपनी, अपनो को नही
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वो मान जाए बस टांगे मैं खुद उठा दूंगी
उसे मनाने के लिए उस पर अपनी इज्जत भी लुटा दूंगी
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जब चूमना शुरू करता है कहीं से भी नही छोड़ता है मुझको
दिवाली ना हो तब भी वो पटाखा समझ कर फोड़ता है मुझको
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मौसम कितना भी cold 🥶❄️ क्यों ना हो
मैं हमेशा hot 🥵🔥 रहती हूं
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अकेले नींद नहीं आती अब मुझे बिस्तर पर
वो साथ चाहिए सोने के लिए
उसे कहो वो नरागजी दूर करे अपनी
मैं तैयार हूं अब उसकी होने के लिए
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जिस रात में तू चूमे हमको
वो रात पूनम से कम नहीं
हम सिर्फ तुम्हारी बनेंगे दुल्हन
किस और के हम नही
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अपनी बाहों में जगह दे दे जरा मुझको
बिस्तर पर जन्नत की सैर करा मुझको
मैं बंजर हो गई जाने के बाद तेरे
तू अपने प्यार से फिर से कर दे हरा मुझको
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Zebronics का स्पीकर समझकर
वो बिस्तर पर रोज बजाता है रात को मुझे
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रात चांदनी हो या काली
मैं उससे नही जाती संभाली
में तब तब पाया छोटा उसको
उसने चड्डी से जब जब बाहर निकली
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नही आती मुझ अब राते रास
तू जो नही होता अब मेरे पास
दूसरा मर्द छोड़ देता है सिर्फ होंठो से लगाकर मुझको
तेरे बाद नही बुझ सकती कभी मेरी प्यास
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Hello suhani ji aap hi writer ho is blog ke can we collab ya koi employee hai aapka
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