Waqt shayari, status & quotes in hindi | वक्त शायरीवक्त इशारा देता रहा और हम इत्तेफाक समझते रहे,बस यूँही धोके खाते रहे, और इस्तेमाल होते रहे।।_______________________________________________वक़्त जब करवटें बदलता है, फ़ित्ना-ए-हश्र साथ चलता है।।- अनवर साबरी_______________________________________________उलझ गया था तुम्हारे दुपट्टे का कोना मेरी घड़ी से,वक्त तब से जो रुका है जो अब तक रुका ही पड़ा है।।_______________________________________________ना हँसना किसी के बुरे वक्त पे…
Read more
Social Plugin