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मन की बात पर शायरी | man ki baat par sad love shayari Shayari

मन की बात पर शायरी | man ki baat par sad love shayari Shayari


मन की बात पर शायरी | man ki baat par sad love shayari Shayari

जरूरी नहीं कि तुम भी चाहो मुझे,
मेरा इश्क है,एकतरफा भी हो सकता है..।।
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हमे सीखना होगा मुस्कराने का हुनर,
बड़ी मुश्किल होती है उदासी समझाने में।।
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तेरा नाम दील पर नहीं लिख सकता पर
तुम कहों तो राशन कार्ड में नाम जरुर लिखवा सकता 😆
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गोबर फैकने के बहानें आया करती थी _
मौहब्बत के दूश्मनों ने भैस ही बेच दी __😒
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खुश करने की शायरी

रात क्या होती है....
हमसें पुछिएँ __
आप तो सोयें सवेराँ हो गया _
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तेरी वफ़ा की झुठी बातों ने _
इस कदर मदहोश कीया है !
अब शहर जाकर भी तेरा ख्याल
मूझें होश नहीं आने देता !!
                        आरज़ू
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देख कर चेहरे की मासूमियत कही उलझ ना जाना साहब,
ये मासूम दिखने वाले लोग अक्सर जिंदगी तबाह कर देते है
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अब और क्या जिद करे आपसे,
बात हो जाती है वहीं बहुत है....।।
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“मुश्किल नहीं है कुछ भी
तू ज़रा हिम्मत तो कर,
ख्वाब बदलेंगे हक़ीक़त में
तू ज़रा कोशिश तो कर।
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टूटा मन शायरी

इलाज इश्क का क्या है हमें बताये कोई,
जो दर्द दिल में उठा है उसे मिटाए कोई,
तलाश उसकी मुझे हर जगह रहती है,
मिलेगा मुझको कहाँ वो जरा बताये कोई।
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मसला यें भी है इस ज़ालिम दुनियाँ का _
कोई अगर अच्छा भी है तो वो अच्छा क्यूँ हैं...!
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सोचने से कहाँ मिलते हैं तमन्नाओं के शहर,
चलना भी जरुरी है मंजिल को पाने के लिए।
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सावली रंगत, नम आँखें
सादा हुलियाँ, हमसें कोई आखिर दील लगाएँ तो कैसे लगाएँ _
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देख कर चेहरे की मासूमियत कही उलझ ना जाना साहब,
ये मासूम दिखने वाले लोग अक्सर जिंदगी तबाह कर देते है
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अपने मन की शायरी

बेहिसाब हसरतो में दिल इस कदर उलझा है ..
वक्त खुद ही मै अपने आप को नही दे रहा,
और शिकायत जिंदगी से कर रहा है।
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नाकाम मंजिल की हद तो देखो,दिल में पैदा  हर दर्द कर गई हमने वादे दिए ना लिए,फिर भी इक नज़र पाबंद कर गई
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बैचेन रहते है वो लोग,
जिन्हे हर बात याद रहती हैं।
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ज़िन्दगी में
आग नहीं, ताकत नहीं,
सौंदर्य नहीं, रौब नहीं

बड़ा महँगा सौदा कर लिया

ईश्क की खातिर
न जाने क्या हो गया !
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*ना राज़ है.....जिन्दगी*
*ना नाराज़ है.....जिन्दगी*
*बस जो है वो आज है..... जिन्दगी*
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मुलाक़ात की आरज़ू अधूरी रही
मैं मुन्तज़िर रहा उसके दीदार का 🫥

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समझने के लिए शायरी

पता नहीं क्या बदला, 

पर अब पहले जैसा कुछ भी नहीं।
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रख दो #किताबें छिपाकर कहीं,
#मोबाइल से ऊब कर लोग फिर से ढूंढेगे इन्हें..!
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किताबे ओर मां बाप की बाते
जिंदगी में कभी धोखा नहीं देती।
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खामोशी से बैठे थे इंतजार में ।
कमबख्त वक्त ने ही बाजी पलट दी।

*फिर से धागा पिरो लूँगा,*
*उम्मीद अभी भी बाक़ी है?...,,,*
.
*जंग तो जारी है ज़िन्दगी की,*
*बस, जीत की तैयारी है👍…!!!*
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दिल के मजबूत लोग
अक्सर रातो में रोते है।
               आरज़ू 🫥
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मैं चुपके से टूटा था,
गिरता तो शोर होता...
        आरज़ू
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मन की शांति शायरी

होठों की हँसी को हकिकत ए-जिन्दगी मत समझ 
दील में उतर कर देख कितनें टूटे हुए है हम
            आरज़ू🫥
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*"कदर" होती हैं "इंसान" की "जरूरत" पड़ने पर ही,*
*बिना ज़रूरत के तो "हीरे" भी "तिज़ोरी" में रहते हैं...*

*रिश्तों को "जेबो" में नहीं,,*
*हुज़ूर "दिलों" में रखिए...*

*क्योंकि "वक़्त" से "शातिर",,*
*कोई "जेबकतरा" नहीं होता.!!!*
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तेरी नाराजगी जायज़ है दोस्त _
में भी खूद से खूश नहीं आजकल_
               🫥🦧
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दिल की बात शायरी हिंदी

रास्ते में फिर वहीं पैरों का चक्कर आ गया
जनवरी गुज़रा नहीं था और दिसम्बर आ गया !
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दिल से निकालो तो मान जाऊ,
नजर-अन्दाज करना कोई कमाल तो नही।
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एक उम्र निकाल दी बिना तुमसे मिले,
और लोग देखो हमें इश्क़ करना सीखा रहे..😎
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ना शाखाओं ने जगह दी, ना हवाओं ने बख्शा,
वो पत्ता आँवारा ना बनता तो क्या करता !
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हर रोज गिरकर भी मुक्कमल खड़े है !
ए जिन्दगी देख मेरें हौसलें तुझसे भी बड़े है !!
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पिता का घर कभी जर्जर
नहीं होता..
खुबसूरत उससे कोई मंज़र
नहीं होता..
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गहरी बात शायरी

बसते है जहाँ सपने
बचपन के..
उससे पावन कोई मंदिर
नहीं होता..
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जब हम खुद को समझ लेते है ना
तब कोई हमारे बारे में क्या सोचता है हमें फर्क नहीं पड़ता ।😇
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जिम्मेदारियों का बोझ था 

इसलिए ख्वाहिशों को मारना पड़ा ।
                 आरज़ू❤️
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उदास मन शायरी

*नाकाम मंजिल की हद तो देखो,दिल में पैदा  हर दर्द कर गई!*
*हमने वादे दिए ना लिए,फिर भी इक नज़र पाबंद कर गई!!*
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ज़िंदगी एक फ़न है लम्हों को
अपने अंदाज़ से गँवाने का 😊
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शायरी उसी के लबों पर सजती है साहेब,
जिसकी आँखों में इश्क रोता हो!

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