gulzar ki shayari hindi mein | गुलजार की शायरी
गुलज़ार:
कितना रोया मैं तुझे पाने की खातिर
ये बात सिर्फ मैं और मेरी आँखे जानती है...
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मुझसे भी बढ़कर दीवाने हैं कई
इक यहां पे मैं ही पागल हूं कोई
वो ही दफ़्तर वो ही घर वो ही शहर
क्या नया मक़सद यहां ढूंढूं कोई
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Gulzar Shayari Sad
रोज़ अच्छे नहीं लगते आँसू
ख़ास मौक़ों पे मज़ा देते हैं .
हर उस शहर का आसमान खरीदना है,
जहाँ तुमने उम्र गुजरी है।
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Gulzar Shayari On Life In Hindi
“मंज़िल से ज़रा कह दो अभी पहुँचा नहीं हूँ मैं,
मुश्किलें ज़रूर हैं मगर ठहरा नहीं हूँ मैं”
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आपका कर्म ही आपकी वास्तविक पहचान है, वरना एक नाम के हज़ारों इंसान हैं ।।
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Line Gulzar shayari In Hindi
तुमको जी भर के अगर देख भी लूँ,
मसला तो ये है की जी भरेगा क्या??????
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हालातो ने छिन ली चेहरे की मुस्कान,😔
वरना जहाँ बैठते थे रौनक ला दिया करते थे।😢😢
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Gulzar Shayari Text & Images
उन्हें पूरी कायनात देखनी थी......
मेरे लिए मेरी कायनात वही थे .....
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Famous Gulzar Shayari Zindagi
जब तुम आओगी तो खोया हुआ पाओगी मुझे
मेरी तन्हाई में ख्वाबों के सिवा कुछ भी नही।
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Gulzar Shayari On love
#मैं झुक जाता तो बेशक, मसला आसान हो जाता।
#मेरे किरदार का लेकिन बड़ा नुकसान हो जाता।।😎
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एक खता जो रोज हम कर रहे है,
जो मिलेगा नही उसपे मर रहे है।
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गुलजार की शायरी दर्द भरी
हज़ारों साल नर्गिस अपनी बेनूरी पे रोती है.
बड़ी मुश्किल से होता है चमन में दीदावर पैदा .....
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Gulzar Shayari on Life
मेरी हर सांस हो तुम,
जिसे हर सजदे से मांगा वो आस हो तुम।😍
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Gulzar Ki Shayari love
*ये सर्दियाँ, ये झील किनारा, ये हवाएं!!
खुशबू कोई पहचानी सी आयी है, क्या तुम हो?*
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मंजिल यूँ ही नहीं मिलती राही को,
जुनून सा दिल में जगाना पड़ता है,
पूछा चिड़िया से कि घोसला कैसे बनता है,
वो बोली कि तिनका तिनका उठाना पड़ता है।
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Gulzar Shayari in Hindi 2 Lines
प्रेम तो बेरोजगारी में होता है,
नोकरी देखकर तो शादियां होती है।
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कहिए तो आसमां को ज़मीं पर उतार लाएं,
मुश्किल नहीं है कुछ भी अगर ठान लीजिए।
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Gulzar Shayari Love in Hindi
लफ्ज़ न हों तो बात कैसे हो
बड़ा पुराना ये सवाल है ?
पलकें झुका के बोली निगाहें
हमारे बारे में क्या ख्याल है ?
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मेरी फितरत में नही था तमाशा करना,
बहुत कुछ जानते जानते थे मगर खामोश रहें
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Best Gulzar Shayari
हजारों उलझने हैं राहों में, और कोशिशें बेहिसाब
इसी का नाम हैं #जिन्दगी,चलते रहिए जनाब....!
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ठहर गयी है वक़्त की चाल, चार चिनार की छाँव में,
रुक जाते हैं लम्हें खुशहाल, डल झील के फैलाव में,
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Gulzar Shayari On love
नज़र लग गई इंसानी ख्वाहिशों की, जन्नत के इस कश्मीर में।
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*फिर से धागा पिरो लूँगा,*
*उम्मीद अभी भी बाक़ी है?...,,,*
*जंग तो जारी है ज़िन्दगी की,*
*बस, जीत की तैयारी है👍…!!!*
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Gulzar Shayari zindagi
हकीकत को तलाश करना पड़ता है,
अपवाहे तो घर बैठे आप तक पहुँच जाती है।
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जनवरी सपनें दिखती है,
और दिसम्बर आईना।
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Gulzar ki Shayari in Hindi
अगर मेहनत आदत बन जाये तो कामयाबी मुकद्दर बन जाती है।
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उस की हसरत है जिसे दिल से मिटा भी न सकूँ
ढूँढ़ने उस को चला हूँ जिसे पा भी न सकूँ
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शातिर तो तुम थे जो बहला कर चले गए
पागल तो हम थे जो आज तक इंतजार कर रहे है...