sad shayari in hindi for life|सेड शायरी इन हिंदी फॉर लाइफ
किसी को कितना भी प्यार दे दो,
आखिर में उसे थोड़ा कम ही लगता है।
━━━━━✧❂✧━━━━━✧❂✧━━━━━✧❂✧━━━━━
जिंदगी में कुछ हसीन पल यूंही गुजर जाते हैं,
रह जाती हैं यादें और इंसान बिछड़ जाते हैं।
━━━━━✧❂✧━━━━━✧❂✧━━━━━✧❂✧━━━━━
कुछ अजीब सा चल रहा है, ये वक्त का सफर,
एक गहरी सी खामोशी है खुद के ही अंदर।
━━━━━✧❂✧━━━━━✧❂✧━━━━━✧❂✧━━━━━
बड़ी अजीब होती हैं ये यादें,
कभी हंसा देती हैं
कभी रुला देती हैं।
━━━━━✧❂✧━━━━━✧❂✧━━━━━✧❂✧━━━━━
बहुत थे मेरे भी इस दुनिया मेँ अपने,
फिर हुआ इश्क और हम लावारिस हो गए।
━━━━━✧❂✧━━━━━✧❂✧━━━━━✧❂✧━━━━━
मेरी तलाश का है जुर्म
या मेरी वफ़ा का कसूर,
जो दिल के करीब आया
वही बेवफा निकला।
━━━━━✧❂✧━━━━━✧❂✧━━━━━✧❂✧━━━━━
कुम्भकरण के बाद
अगर कोई ढ़ंग से सोया है तो वो है,
मेरी किस्मत।
━━━━━✧❂✧━━━━━✧❂✧━━━━━✧❂✧━━━━━
वक़्त पर भी छोड़ देने चाहिए कुछ उलझनों के हल,
बेशक जवाब देर से मिलेगे पर लाजवाब मिलेंगे।
━━━━━✧❂✧━━━━━✧❂✧━━━━━✧❂✧━━━━━
प्रश्नपत्र सी है जिंदगी जस की तस स्वीकार्य,
कुछ भी वैकल्पिक नहीं सभी प्र्शन अनिवार्य।
━━━━━✧❂✧━━━━━✧❂✧━━━━━✧❂✧━━━━━
तुम जलन बरकरार रखना,
हम जलवे बरकरार रखेंगे।
━━━━━✧❂✧━━━━━✧❂✧━━━━━✧❂✧━━━━━
जिंदगी में हिस्सा बनने की चाह थी,
मगर किस्मत ने किस्सा बनाकर छोड़ दिया।
━━━━━✧❂✧━━━━━✧❂✧━━━━━✧❂✧━━━━━
हम भी जिया करते थे कभी,
परिंदे जैसी आजादी लेकर,
फिर एक शख्स आया,
मोहब्बत की आड़ में, मेरी बर्बादी लेकर।
━━━━━✧❂✧━━━━━✧❂✧━━━━━✧❂✧━━━━━
कहने को तो बहुत कुछ बाकी है,
मगर तेरे लिए मेरी खामोशी ही काफी है।
━━━━━✧❂✧━━━━━✧❂✧━━━━━✧❂✧━━━━━
तेरे हर सवाल का जवाब सिर्फ़ यही है,
हां मैं गलत हूं, और तू सही है।
━━━━━✧❂✧━━━━━✧❂✧━━━━━✧❂✧━━━━━
यकीन था कि तुम भूल जाओगे मुझको,
खुशी है कि तुम उम्मीद पर खरे उतरे..!!
━━━━━✧❂✧━━━━━✧❂✧━━━━━✧❂✧━━━━━
मेरी जगह कोई और हो तो चीख उठे,
मैं अपने आप से इतने सवाल करता हूँ..!!
━━━━━✧❂✧━━━━━✧❂✧━━━━━✧❂✧━━━━━
मेरी कोशिश कभी कामयाब ना हो सकी,
न तुझे पाने की न तुझे भुलाने की..!!
━━━━━✧❂✧━━━━━✧❂✧━━━━━✧❂✧━━━━━
मेरी हर आह को वाह मिली है यहाँ,
कौन कहता है दर्द बिकता नहीं है..!!
मेरी हर आह को वाह मिली है यहाँ,
कौन कहता है दर्द बिकता नहीं है..!!
━━━━━✧❂✧━━━━━✧❂✧━━━━━✧❂✧━━━━━
रुठुंगा अगर तुजसे तो इस कदर रुठुंगा की,।
ये तेरीे आँखे मेरी एक झलक को तरसेंगी..!!
तुम्हारे बाद न तकमील हो सकी अपनी
तुम्हारे बाद अधूरे तमाम ख्वाब लगे..!!
मिजाज को बस तल्खियाँ ही रास आईं,
हम ने कई बार मुस्कुरा कर देख लिया..!!
चलो अब जाने भी दो क्या करोगे दास्ताँ सुनकर,
ख़ामोशी तुम समझोगे नहीं और बयाँ हमसे होगा नहीं..!!