Shayari hindi mein - हिंदी में शायरी
❝उदास ज़िन्दगी, उदास वक्त, उदास मौसम..
न जाने कितनी चीज़ों पे इल्ज़ाम लग जाता है,
एक तेरे बात न करने से।❜❜
❝बहुत मुश्किल है मुझको गिराना,
क्योंकि चलना मुझे ठोकरों ने सिखाया है।"
❝कभी तुम नाराज हुए तो हम झुक जाएंगे,
कभी हम नाराज हो तो आप गले लगा लेना।❜❜
❝नहीं कोई बात होती फिर भी बात होती है,
कुछ रिश्तों की ऐसे भी शुरूआत होती है।❜❜
❝बस इतना सा असर होगा हमारी यादों का,
कि कभी कभी तुम बिना बात मुस्कुराओगे।❜❜
❝दिल का बुरा नहीं हूँ मैं,
बस लफ्जों से शरारत करता रहता हुँ।❜❜
❝दिलों में रहती हूँ धड़कने थमा देती हूँ,
मैं इश्क़ हूँ, वजूद की धज्जियां उड़ा देती हूँ।❜❜
❝मुझको पढ़ पाना हर किसी के लिए मुमकिन नहीं,
मै वो किताब हूँ जिसमे शब्दों की जगह जज्बात लिखे है।❜❜
❝शायरी यु ही बे-शबाब नही लिखी जाती जनाब,
हर शायर के ख्यालो में एक तस्वीर होती है।❜❜
❝धड़कन को कैसे संभालू मैं ये मेरी सुनती ही नहीं है,
जब उसका नाम ज़हन में आता है ये रूकती ही नहीं हैं।❜❜
❝तुम मेरी पहली पसंद हो,
मगर मैंने चाहा हैं तुम्हें,
आखिरी मोहब्बत की तरह।❜❜
❝सुना है शायरी इश्क करने वाले किया करते है,
पर उनका क्या जो इसे चोरी चोरी पढ़ा करते है।❜❜
❝तेरा मेरा रिश्ता इतना खास हो जाये
कि तू दूर रहकर भी मेरे पास हो जाये,
मन से मन का तार जुड़े कुछ इस तरह
कि दर्द हमें हो और अहसास तुम्हे हो जाए।❜❜
❝हर नजर में मुमकिन नहीं है बेगुनाह रहना,
कोशिश करता हूँ कि खुद की नजर में बेदाग रहूँ।❜❜
❝ना मैं ही उसे समझा ना वो ही मुझे समझी,
कहने को तो हम दोनों ही समझदार थे।❜❜
❝कैसी पहचान बनाई है तूने अपनी,
नाम तेरा आने पर भी लोग याद मुझे करते है।❜❜
❝सच्चा इश्क़ किया है हमने, गवाह है रूह तुम्हारी,
राख़ से इश्क़ ही निकलेगा, गर जलाओगे रूह हमारी।❜❜
❝मालूम सबको है कि जिंदगी बेहाल है,
लोग फिर भी पूछते हैं और सुनाओ क्या हाल है।❜❜
❝तेरे हुस्न पर तारीफों भरी किताब लिख देता,
काश तेरी वफा तेरे हुस्न के बराबर होती।❜❜
❝फिर एक दिन ऐसा भी आया जिन्दगी में,
कि मैंने तेरा नाम सुनकर मुस्कुराना छोड़ दिया।❜❜