Top 25+ Allama iqbal shayari in hindi | अल्लामा इकबाल शेर शायरी हिंदी
Kuch Baat Hai Ki Hasti Mittii Nahi Hamari
Sadiyon Rahaa Hai Dushman Daur-E-Zamaan Hamaaraa.
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किसी को लगता हैं हिन्दू ख़तरे में हैं किसी को लगता मुसलमान ख़तरे में हैं,
धर्म का चश्मा उतार कर देखो यारों पता चलेगा हमारा हिंदुस्तान ख़तरे में हैं।
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कुछ कर गुजरने की गर तमन्ना उठती हो दिल में,
भारत मा का नाम सजाओ दुनिया की महफिल में।
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हंसी आती है मुझे हसरत-ए -इंसान पर,
गुनाह करता है खुद लानत भेजता है शैतान पर।
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Allama iqbal shayari urdu hindi
हम जब निभाते है तो इस तरह ”निभाते” है,
सांस लेना तो छोड़ सकते है पर दमन यार नहीं।
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Ye Jannat Mubarak Rahe Zahidon Ko
Ki Main Aap Ka Samna Chahta Hun.
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Khudi Ki Khalwaton Mein Gum Raha Main
Khuda Ke Samne Roya Na Tha Main!
Na Dekha Aankh Utha Kar Jalwa-E-Dost
Qayamat Mein Tamasha Nan Gaya Main!
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Girtey Rahe Sajdon mein Hum
Apni Hi Hasraton ki khatin
Agar Ishq E khuda mein Giray Hotey
To koi Hasrat Adhori Na hoti.
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अल्लामा इकबाल देश भक्ति शायरी
तेरे आज़ाद बंदों की न ये दुनिया न वो दुनिया
यहाँ मरने की पाबंदी वहाँ जीने की पाबंदी
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Waqt ke ek tamache ki der hai saaheb.
Meri fakiri bhi kya teri baadshahi bhi kya..
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दिल से जो बात निकलती है असर रखती है
पर नहीं ताकतें-ऐ-परवाज़ मगर रखतीं हैं
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गुलामी में ना काम आती है शमशीरें ना तकबीरे
जो हो ज़ौक-ऐ-यक़ीं पैदा तो कट जाती है जंजीरें
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Allama Iqbal Islamic shayari
हया नहीं है ज़माने की आंख में बाक़ी
ख़ुदा करे की जवानी तेरी रहे बे-दाग़
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Ye Mal-O-Daulat-E-Duniya
Ye Rishta O Paiwand
Butan-E-Wahm-O-Guman
La-Ilaha-Illallaha.
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Ye Daur Apne Barahim Ki Talash Mein Hai
Sanam-Kada hai Jahan La-Ilaha-Illallah.
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Tu Bacha Bacha Ke Na Rakh Isse
Tera Aaeena Hai Woh Aaeena
Ke Shikast Ho To Aziz Tar
Hai Nigah-e-Aaeena Saaz Mein.
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Allama iqbal Shayari in english
तेरी दुआ से कज़ा तो बदल नहीं सकती,
मगर है इस से यह मुमकिन की तू बदल जाये,
तेरी दुआ है की हो तेरी आरज़ू पूरी,
मेरी दुआ है तेरी आरज़ू बदल जाये।
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माना कि तेरी दीद के क़ाबिल नहीं हूँ मैं,
तू मेरा शौक़ देख मेरा इंतज़ार देख।
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अल्लामा “इक़बाल” रह० ने ‘फरमाया’ था,
की मोहम्मद से वफ़ा तू ने तो हम तेरे हैं,
ये जहाँ चीज़ है क्या “लौह-ओ-क़लम” तेरे हैं।
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न रख उम्मीद-ए -वफ़ा किसी परिंदे से “इक़बाल,
जब पर निकल आते हैं तो अपना ही आशियाना भूल जाते हैं।
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अल्लामा इकबाल शायरी इन उर्दू हिन्दी पीडीएफ lyrics
मेरा जूता है जापानी पतलून है इंग्लिश तानी,
सर पर लाल टोपी रुसी फिर भी दिल है हिन्दुस्तानी।
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ज़माने भर में मिलते हैं आशिक कई
मगर वतन से खूबसूरत कोई सनम नहीं होता,
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नोटों में भी लिपट कर सोने में सिमटकर मरे हैं,
कई मगर तिरंगे से खूबसूरत कोई कफ़न नहीं होता।
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आँख जो कुछ_देखती है लब पे आ #सकता नहीं
महव-ए-हैरत हूँ कि ”दुनिया” क्या से क्या हो जाएगी…!
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Allama Iqbal best shayari hindi
मज़हब नहीं सिखाता, आपस में बैर रखना,
हिन्दी हैं हम, वतन है हिन्दोस्ताँ हमारा।
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मुझे #इश्क के पर लगा कर उड़ा
मेरी खाक ”जुगनू” बना के उड़ा
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जफ़ा जो इश्क़ में होती है वो जफ़ा ही नहीं,
सितम न हो तो मोहब्बत में कुछ मज़ा ही नहीं।
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दुनिया की #महफ़िलों से उकता गया हूँ या रब,
क्या लुत्फ़ #अंजुमन का जब “दिल” ही बुझ गया हो।
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Hindi Allama iqbal shayari Sher
अल्लामा इक़बाल ने ज़र्ब-ए-कलीम में तौहीद का एक मिस्रा यह है,
कौम क्या चीज है क़ौमों की इमामत क्या है,
इसको क्या समझें ये बेचारे दो रकअत के इमाम।
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माना कि तेरी_दीद के क़ाबिल नहीं हूँ मैं
तू मेरा शौक़ देख मिरा_इंतज़ार देख
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अपने किरदार पे डाल के पर्दा इकबाल,
हर शख्स कह रहा है जमाना खराब है।
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तेरे आज़ाद_बंदों की न ये दुनिया न वो #दुनिया
यहाँ मरने की ”पाबंदी” वहाँ जीने की पाबंदी