मोहब्बत शायरी:
मैं उसके ज़िक्र में भी नहीं अब,
और वो मुझे लफ्ज़ लफ्ज़ याद है..!!
जो बात दिल में है बतलाऊं कैसे?
जो हाल-ए-दिल है, समझाऊं कैसे?
दिल की बात सुनाती है ये आंखें
इन में तुम बसे हो, दिखलाऊं कैसे?
साथ तेरे जिंदगी गुजारनी है मुझे
बात ये तेरे लबों से, बुलवाऊं कैसे?
इतना आसां नही साथ चल दे दोनों
दुनिया का ये रिवाज,उल्टाए कैसे?
हम डूबे बैठे हैं जिसमें वो उसे लग जाए,
ये मोहब्बत का नशा उसे भी लग जाए,
यूं मशरूफ हैं निगाहें मेरी उसके दीदार में,
डरता हूं कन्ही उसे मेरी ही नज़र ना लग जाए,
मैं सब कुछ लुटाने को तैयार बैठा हूँ,
शोहरत तो क्या मेरी उम्र भी उसे लग जाए ।
#GoodMorning❤️
वो मुझसे जुदा एक पल भी होना नहीं चाहता,
वो अपनी मोहब्बत में कोई कमी नहीं चाहता,
ज़हमत है उनको हमारे सजने संवरने से,
के वो मुझेपे किसी ग़ैर की नज़र नहीं चाहता,
सुकुन का मतलब सिर्फ़ मेरा साथ हैं उसके लिए,
मेरे अलावा मुझसे और कुछ नहीं चाहता ।।
राह में संग चलूँ ये न गँवारा उसको,
दूर रहकर वो करता है इशारे बहुत,
नाम तेरा कभी आने न दिया होंठों पर,
यूँ तेरे जिक्र से शेर सँवारे हैं बहुत।
#GoodMorning❤️
इत्तेफ़ाक से मिल जाना कमाल है,
यूँ मेरी ज़िंदगी में आना कमाल है।
दीदार की बड़ी हसरत है लेकिन,
बातों से दिल चुरा लेना कमाल है।
हज़ारों ख़्वाहिशों के साथ दिल का,
तेरी आँखों में उतर जाना कमाल है।
चंद लम्हों में न जाने कितने चराग,
यूँ मुहब्बत के जला देना कमाल है।
मेरे लिखे शब्दो का हूबहू अर्थ हो तुम,
खुद को तेरा न कहुँ तो मुझ बिन व्यर्थ हो तुम।
#GoodMorning❤️
जिस्म से रूह तक जाए तो हकीकत है इश्क,
और रूह से रूह तक जाए तो इबादत है इश्क़।
#GoodMorning❤️
उसे तुम्हारी ज़रूरत नहीं तो क्या कीजे,
भला यही है कि बस ख़त्म राब्ता कीजे,
तुम्हें है इश्क़ अगर अपनी ज़िन्दगी से तो,
लगे न दिल की लगी फिर यही दुआ कीजे।
सोचा नहीं अच्छा-बुरा, देखा-सुना कुछ भी नहीं,
माँगा ख़ुदा से रात-दिन, तेरे सिवा कुछ भी नहीं,
देखा तुझे, सोचा तुझे, चाहा तुझे, पूजा तुझे,
मेरी ख़ता मेरी वफ़ा, तेरी ख़ता कुछ भी नहीं,
जिस पर हमारी आँख ने मोती बिछाये रात-भर,
भेजा वही कागज़ उसे,हमने लिखा कुछ भी नहीं।
#GoodMorning❤️
#HappySunday❤️
मैं उसके ज़िक्र में भी नहीं अब,
और वो मुझे लफ्ज़ लफ्ज़ याद है..!!
जो बात दिल में है बतलाऊं कैसे?
जो हाल-ए-दिल है, समझाऊं कैसे?
दिल की बात सुनाती है ये आंखें
इन में तुम बसे हो, दिखलाऊं कैसे?
साथ तेरे जिंदगी गुजारनी है मुझे
बात ये तेरे लबों से, बुलवाऊं कैसे?
इतना आसां नही साथ चल दे दोनों
दुनिया का ये रिवाज,उल्टाए कैसे?
हम डूबे बैठे हैं जिसमें वो उसे लग जाए,
ये मोहब्बत का नशा उसे भी लग जाए,
यूं मशरूफ हैं निगाहें मेरी उसके दीदार में,
डरता हूं कन्ही उसे मेरी ही नज़र ना लग जाए,
मैं सब कुछ लुटाने को तैयार बैठा हूँ,
शोहरत तो क्या मेरी उम्र भी उसे लग जाए ।
#GoodMorning❤️
वो मुझसे जुदा एक पल भी होना नहीं चाहता,
वो अपनी मोहब्बत में कोई कमी नहीं चाहता,
ज़हमत है उनको हमारे सजने संवरने से,
के वो मुझेपे किसी ग़ैर की नज़र नहीं चाहता,
सुकुन का मतलब सिर्फ़ मेरा साथ हैं उसके लिए,
मेरे अलावा मुझसे और कुछ नहीं चाहता ।।
राह में संग चलूँ ये न गँवारा उसको,
दूर रहकर वो करता है इशारे बहुत,
नाम तेरा कभी आने न दिया होंठों पर,
यूँ तेरे जिक्र से शेर सँवारे हैं बहुत।
#GoodMorning❤️
इत्तेफ़ाक से मिल जाना कमाल है,
यूँ मेरी ज़िंदगी में आना कमाल है।
दीदार की बड़ी हसरत है लेकिन,
बातों से दिल चुरा लेना कमाल है।
हज़ारों ख़्वाहिशों के साथ दिल का,
तेरी आँखों में उतर जाना कमाल है।
चंद लम्हों में न जाने कितने चराग,
यूँ मुहब्बत के जला देना कमाल है।
मेरे लिखे शब्दो का हूबहू अर्थ हो तुम,
खुद को तेरा न कहुँ तो मुझ बिन व्यर्थ हो तुम।
#GoodMorning❤️
जिस्म से रूह तक जाए तो हकीकत है इश्क,
और रूह से रूह तक जाए तो इबादत है इश्क़।
#GoodMorning❤️
उसे तुम्हारी ज़रूरत नहीं तो क्या कीजे,
भला यही है कि बस ख़त्म राब्ता कीजे,
तुम्हें है इश्क़ अगर अपनी ज़िन्दगी से तो,
लगे न दिल की लगी फिर यही दुआ कीजे।
सोचा नहीं अच्छा-बुरा, देखा-सुना कुछ भी नहीं,
माँगा ख़ुदा से रात-दिन, तेरे सिवा कुछ भी नहीं,
देखा तुझे, सोचा तुझे, चाहा तुझे, पूजा तुझे,
मेरी ख़ता मेरी वफ़ा, तेरी ख़ता कुछ भी नहीं,
जिस पर हमारी आँख ने मोती बिछाये रात-भर,
भेजा वही कागज़ उसे,हमने लिखा कुछ भी नहीं।
#GoodMorning
#HappySunday