hindi bf shayari wallpaper song | हिंदी बीएफ शायरी वॉलपेपर सोंग
कुछ ख़त आज फिर
डाकघर से लौट आये,
डाकिया बोला जज़्बातों का
कोई पता नहीं होता।
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सिद्दत ए इश्क़ नही देखता महबूब
पत्थर है या कोहिनूर है...
गर इश्क़..इश्क़ है तो हर
हाल में मंजूर है....💕 ❤️ 💞
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बहुत खूबसूरत है,
तुम्हारे इन्तजार का आलम,
बेकरार सी आँखों में इश्क
बेहिसाब लिए बैठे हैं..।
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सुनो !!
बरसों बाद ग़र मिलो, तो भी
मुझे तुम “तुम” ही कहना ..
आप कहने वाले बहुत हैं .. !!💕
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तेरे ख्वाबों में ही,
जीने का भरम अच्छा था.....
मुर्शिद
अब तो हकीकत की दुनिया,
हमें अनजानी सी लगती हैं........💕 ❤️ 💞.....
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कभी दिल माने तो करना मुलाकात हमारे साथ..
सस्ती चाय के साथ महँगी यादें पिलाकर भेजेंगे..💕
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ख़ूबसूरत तों पहलें भी बहुत था,
हमने चाहा तो
अजब ढंग से निखरा है वो शख़्स.. 💕 ❤️ 💞..
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तुम्हे खुद में छिपाना अब...
तकरीबन नामुमकिन,
छलक पड़ते हो तुम
मेरी हर बात में,
मेरे हर एहसास में..
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अंजाम की परवाह होती तोह में इश्क़ करना छोड़ देता,
इश्क़ में ज़िद्द होती है और में ज़िद्द का बादशाह हूं।।💕
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कैसे कहूं की रूह में बसने लगे हो तुम💕
आगाज़ ज़िंदगी का लगने लगे हो तुम..
एक बार अपने दिल से लगा लो आकर💕
दिल कह रहा है कि दिल में धड़कने लगे हो तुम...💕 ❤️ 💞
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बेशक हमसे मिलने में ख़राबी है,
फिर किसीके ना हो पाओगे तुम....💕 ❤️ 💞
याद बन कर बस जायगे दिल मे,
क़रीब ना हो कर भी क़रीब पाओगे तुम....💕 ❤️ 💞
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मेरी आँखों के जादु से अभी तुम कहा वाकिफ हो ,
हम उसे भी जीना सिखा देते हे जिसे मरने
का शौक हो...😍
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" मुझे बहुत प्यारी है तुम्हारी दी हुई
हर एक निशानी🌱🌱
🌱🌱चाहे वो दिल का दर्द ्हो
या...आँखों का पानी..!
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ये दुनियाँ के तमाम चेहरे,
तुम्हें गुमराह कर देंगें...
तुम बस मेरे दिल में रहो,,,
यहाँ कोई आता जाता नहीं....
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कोई दीवाना कहता है कोई पागल समझता है
मगर धरती की बेचैनी को बस बादल समझता है
मैं तुझसे दूर कैसा हूँ तू मुझसे दूर कैसी है
ये #तेरा दिल समझता है या #मेरा दिल समझता है
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" ❤👈🏻" कहता हैं की लिख दू
इक " नज्म " तेरे नाम की....👩🏻⚖
तुझे खुश ना कर पाऊ तो ये
ज़िन्दगी किस काम की...."
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चलो माना कि हमें प्यार❤️ का इज़हार करना नहीं आता.. 😔
जज़्बात न समझ सको, इतने नादान तो तुम भी नहीं... 😐
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गजल तेरे हुस्न 😍पे लिख तो दूँ मैं.. 😍😘
पर कोई दूसरा दोहराए तो मेरी जान जाती है... 😔
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ऐ जो हल्की सी
फ़िक्र 😘करतें हैं ना ओ हमारी ...😍
बस इसी लिए आजकल
हम बेफ़िक्र रहने लगें है ...💕
❤️ 💞
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बहाना बिछड़ने का उसने खूब किया
अपना नाम किसी और के साथ जोड़ लिया
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शोले बरसते है मेरे लफ्जो से
कोई जल तो रहा होगा
पढ़ कर मेरे अल्फाजों को
वो राख हो रहा होगा
Irfan...✍️
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मैं आग हु मुझे जलाने की
बात करते है
ये तोड़ने वाले लोग घर बनाने
की बात करते है
Irfan...✍️
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अब शहर की कुछ महफिलें शहनाई में होती है
उस वक़्त कुछ मोहब्बतें बस तन्हाई में होती है.!
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हमे दिल में बसाया था तो साथ
निभाया क्यों नही
जब नजरे मिलाई थी हमसे तो
नजर में बसाया क्यों नही
तूने तो हमसे जिंदगी भर साथ
निभाने का वादा किया था
तो छोड़ कर जाने से पहले
एक बार बताया क्यों नही😢
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मोमबत्ती को भी आख़िर में ही पता चलता है कि उसे उस,
धागे ने ख़त्म किया जिसको वो सीने में छुपाए रखती थी
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कितना और दर्द देगा बस इतना बता दे,
ऐसा कर ऐ खुदा मेरी हस्ती मिटा दे,
यूँ घुट-घुट के जीने से तो मौत बेहतर है,
मैं कभी न जागूं मुझे ऐसी नींद सुला दे....
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ना ख्वाइश ए मंजिल
ना इश्क़ ए मिसाल है तू
मुझमे ही उलझा
मेरा ही एक सवाल हैँ तू
ना राहत ए मर्ज
ना दर्द ए इलाज है तू
फिर क्यों मेरी जिंदगी की
रुह ए तलाश है तू