Bewafa shayari in Hindi | बेवफा शायरी हिंदी में
सफर शुरू कर दिया है मैंने,
बहुत जल्द बोहोत दूर चला जाऊंगा…!!!
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ना जाने क्या लिखा है तक़दीर में
जिसे भी चाहो वही दूर हो जाता है…!!!
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वो मोहब्बत भी तेरी थी, वो नफ़रत भी तेरी थी,
वो अपनाने और ठुकराने की अदा भी तेरी थी,
मैं अपनी वफ़ा का इंसाफ़ किस से माँगता?
वो शहर भी तेरा था, वो अदालत भी तेरी थी…!!!
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आप बेवफा होंगे सोचा ही नहीं था,
आप भी कभी खफा होंगे सोचा नहीं था,
जो गीत लिखे थे कभी प्यार में तेरे,
वही गीत रुसवा होंगे सोचा ही नहीं था…!!!
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ना पूछ मेरे सब्र की इंतेहा कहाँ तक है,
तू सितम कर ले तेरी हसरत जहाँ तक है
वफ़ा की उम्मीद जिन्हें होगी उन्हें होगी,
हमें तो देखना है तू बेवफ़ा कहाँ तक है।
Na Poochh Mere Sabr Ki Inteha Kahan Tak Hai,
Tu Sitam Kar Le Teri Hasrat Jahan Tak Hai,
Wafa Ki Ummeed Jinhein Hogi Unhein Hogi,
Hamein To Dekhna Hai Tu Bewafa Kahan Tak Hai.
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दुनियाँ को इसका चेहरा दिखाना पड़ा मुझे,
पर्दा जो दरमियां था हटाना पड़ा मुझे,
रुसवाईयों के खौफ से महफिल में आज,
फिर इस बेवफा से हाथ मिलाना पड़ा मुझे।
Duniyan ko iska chehra dikhana
pada mujhe parda jo darimiyan tha
hatana pada mujhe rusawaiyon ke
khoof se mahfil me aaj fir is bewafa
se hath milana pada mujhe.
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कभी ग़म तो कभी तन्हाई मार गयी,
कभी याद आ कर उनकी जुदाई मार गयी,
बहुत टूट कर चाहा जिसको हमने,
आखिर में उनकी ही बेवफाई मार गयी।
Kabhi Gham Toh Kabhi Tanhai Maar Gayi,
Kabhi Yaad Aakar Unki Judai Maar Gayi,
Bahut Toot Kar Chaha Jisko Humne,
Aakhir Mein Uski Bewafai Maar Gayi..
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लांघ गई हर सीमाओं को वो,
जिसका नाम खुद सीमा है
जो रखती है सिर्फ जिस्म तक ताल्लुक
दिल में देती नहीं पनाह है
वो सीमा बेवफा है बेपनाह है
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Aye Bewafa Teri Bewafai Mein Dil Bekarar Na Karu,
Agar Tu Keh De To Tera Intezaar He Na Karu,
Tu Bewafa Hai To Kuch Iss Kadar Bewafai Kar,
Ki Tere Baad Mein Kisi Se Pyar He Na Karu…