Gandi shayari in hindi | गंदी शायरी | नॉनवेज शायरी ओ

Shayri Ki Dayri
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Gandi shayari in hindi | गंदी शायरी | नॉनवेज शायरी ओ

Gandi shayari in hindi | गंदी शायरी | नॉनवेज शायरी

यूं तो हमारी टांगो के बीच जगह बड़ी ही अच्छी हैं
मगर हम इसलिए नही जाने देते किसी को वहां पर
क्यूंकि अभी हम बच्ची है
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Gandi shayari in hindi | गंदी शायरी | नॉनवेज शायरी

मैं इतनी प्यारी नहीं लगती मुस्कुराती हुई
जितनी प्यारी लगती हूं बिन कपड़ो के नहाती हुई
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Gandi shayari in hindi | गंदी शायरी | नॉनवेज शायरी
बिन कपड़ो के रखता है मुझे वो शादी के बाद से
भारी पड़ गई मोहब्बत मुझे उसकी जायदाद से

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उसे अक्सर आने में देरी होती है

जब मरवाने की इच्छा मेरी होती है

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मैं जब खोलकर के अपने कपड़े उसके सामने जाती हूं

वो कहता है सोए हुए उसके दिल के जज्बात जगाती हूं


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