Acchi shayari in hindi for love
एक पल की ये बात नहीं,
दो पल का ये साथ नहीं,
कहने को तो जिन्दगी जन्नत से प्यारी है,
पर वो साथ ही क्या जिसमे तेरा हाथ नहीं...
ना चाँद की चाहत
ना तारों की फ़रमाईश
हर जन्म तू मिले
बस यही मेरी ख्वाईश!!
हम वो नही जो तुम्हे गम में छोड़ देंगे ,
हम वो नही जो तुजसे नाता तोड़ देंगे ,
हम वो हे जो तुम्हारी साँसे रुके तो ,
अपनी साँसे छोड़ देंगे…।
ज़िंदगी में बार-बार सहारा नही मिलता,
बार-बार कोई प्यार से प्यारा नही मिलता,
है जो पास उसे संभाल के रखना,
खो कर वो फिर कभी दुबारा नही मिलता।
शान से हम तेरे दिल में रहेंगे,
तेरी मोहब्बत पे जान निसार करेंगे,
देख के जलेगी हमे दुनियाँ सारी,
इस कदर बे-पनाह प्यार तुझे करेंगे
रिश्ता वो नहीं होता जो दुनिया को दिखाया जाता है!
रिश्ता वह होता है,जिसे दिल से निभाया जाता है!!
अपना कहने से कोई अपना नहीं होता,
अपना वो होता है जिसे दिल से अपनाया जाता है!!!
मेरी यादो मे तुम हो, या मुझ मे ही तुम हो…
मेरे खयालो मे तुम हो, या मेरा खयाल ही तुम हो…
दिल मेरा धडक के पूछे, बार बार एक ही बात…
मेरी जान मे तुम हो, या मेरी जान ही तुम हो…
चलो अपनी चाहतें नीलाम करते हैं,
मोहब्बत का सौदा सरे आम करते है,
तुम अपना साथ हमारे नाम कर दो,
हम अपनी ज़िन्दगी तुम्हारे नाम करते हैं
लफ्जों से क्या मुकाबला, नजरों के वार का.. असर अक्सर गहरा होता है, बेजुबाँ प्यार का....
सीधा सा सवाल था मेरा…इश्क़ क्या है तुम्हारे लिए
उसने “तुम” कहकर बोलती बंद कर दी मेरी…
अब दिल कि महफिल मे ये चर्चा-ए-आम हो गया उसने नजाकत से झुकाई आखे और मेरा काम तमाम हो गया
दिल का हाल बताना नही आता,
हमे ऐसे किसी को तड़पाना नही आता,
सुनना तो चाहतें हैं हम उनकी आवाज़ को,
पर हमे कोई बात करने का बहाना नही आता।
यूँ गुमसुम मत बैठो पराये लगते हो,
मीठी बातें नहीं है तो चलो झगड़ा ही कर लो...
हम अपनी रूह तो तेरे जिस्म से ही छोड़ आए थे,
तुझे गले से लगाया तो महज़ एक बहाना था!
“मोहब्बत की शमा जला कर तो देखो, जरा दिल की दुनियाँ सजा कर तो देखो, तुम्हें हो ना जाऐ मोहब्बत तो कहना, जरा हमसे नजरें मिलाकर तो देखो।”
“लोग पूछते है तुमने ऐसा उसमे क्या देखा? मैने कहा उसको देखने के बाद कुछ और नही देखा।”
ना कर इतना प्यार इस बेवफा जिन्दगी से ऐ मेरे दोस्त,
एक दिन तेरा सौदा ये मौत से कर आएगी..!!!
ख्वाहिशे मेरी अधुरी ही सही पर..
कोशिशे मै पूरी करता हुं...
कभी मतलब के लिए
तो कभी बस दिल्लगी के लिए
हर कोई मोहब्बत ढूँढ़ रहा है यहाँ अपनी ज़िन्दगी के लिए....
मिला था जिनकी मोहब्बत का सहारा
वही मुकर गये दिल लेकर हमारा